अजब-गजब: शर्म से लाल नहीं है यह बंदर! जानिए इस बंदर की खास बातें

शर्म से लाल नहीं है यह बंदर! जानिए इस बंदर की खास बातें
  • अमाजोन के घने जंगलों में रहते हैं यह बंदर
  • गंजे उकारी बंदर के नाम से जाने जाते हैं यह प्रजाति
  • चेहरे से ही पता चल जाते हैं गंजे उकारी बंदर के इमोशन

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बंदरों में कई तरह की प्रजातियां पाई जाती हैं। इनमें से बंदर की एक ऐसी प्रजाति है जिसका मुंह सुर्ख लाल है। इसके अलावा सिर और माथा छोड़कर पूरे शरीर में बाल ही बाल हैं। इस अजीबोगरीब बंदर का नाम गंजा उकारी बंदर है। यह बंदर अन्य बंदरों से काफी अलग होते हैं। इस बंदर की सबसे खास बात इसका लाल गोल चेहरा और गंजा सिर है। चलिए जानते हैं अमाजोन के घने जंगलों में रहने वाले इस अजीबोगरीब बंदर के बारे में...।

आपने बदरों की बहुत सी अजीब प्रजातियों के बारे में सुना होगा और देखा भी होगा। ऐसी ही एक प्रजाति गंजे उकारी बंदर की है। यह लाल मुंह वाले बंदर दिखने में जितने अजीब हैं उतनी ही अजीब इनकी और जानकारियां भी हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि इनका लाल मुंह इनकी अच्छी सेहत का राज होता है। अगर इनका मुंह पीला पड़ने लगता है तो इसका मतलब होता है कि यह बीमार पड़ रहे हैं। ऐसा भी हो सकता है कि उनको कोई परेशानी सता रही हो।

गंजे उकारी बंदर के शरीर की जानकारी

गंजे उकारी बंदर की सबसे विशेष बात उसका गंजा सिर और चमकीला लाल चेहरा होता है। इनके वजन की बात करें तो इनका वजन 2-3.45 किलोग्राम तक होता है। इनमें नर के शरीर की लंबाई करीब 45.6 सेंटीमीटर होती है और मादा की लंबाई करीबन 44 सेमी होती है। इनकी पूंछ तकरीबन 15 सेमी लंबी होती है। यह छोटी पूंछ इनके किसी काम नहीं आती। इनकी पूंछ इनके शरीर की लंबाई के आधे से भी कम होती है। गंजे उकारी बंदर के दांत नुकीले और मोटे होते हैं। जो इनके लिए फलों के छिलके निकालने का काम करते हैं। इनकी उम्र के बारे में बताएं तो इनकी उम्र सिर्फ 20 साल तक ही होती है।

गंजे उकारी बंदर की कुछ खास जानकारियां

गंजे उकारी बंदर के मुंह से पता चलता है कि वह हेल्दी हैं या नहीं। इनके मुंह का रंग पीला होने लगता है तो इसका मतलब है कि यह बीमार हैं। आपको बता दें की गंजा उकारी बंदर उकारी बंदरों की चार प्रजातियों में से एक है। इसके अलावा यह बंदर पेड़ों पर सोना पसंद करते हैं और तो और यह बंदर 50-200 के झुंड में सोते हैं। ऐसा देखा गया है कि इन बंदरों में मलेरिया बीमारी बहुत ही आम है। इनको मलेरिया होने पर भी इनका मुंह सुर्ख लाल से पीला होने लगता है।

चेहरे से ही पता चल जाते हैं इमोशन

गंजे उकारी बंदर के चेहरे बहुत ही एक्सप्रेसिव होते हैं। इनके चेहरे से ही समझ आ जाता है कि यह क्या महसूस कर रहे हैं। साथ ही इनके चेहरे से गुस्सा और खुशी जैसे इमोशन्स भी पता चल जाते हैं। जब भी इनको गुस्सा आता है इनके चेहरे का रंग बदलने लगता है।

मुंह का लाल होना है जरूरी

ऐसा पता चला है कि साथी पाने के लिए गंजे उकारी बंदर के मुंह का लाल होना बहुत ही आवश्यक है। क्योंकि लाल मुंह से ही इनकी सेहत के बारे में पता चलता है। नर और मादा उकारी बंदर के मुंह का लाल होना इनके हार्मोन्स से जुड़ा होता है। अगर इनका मुंह चमकीला और लाल है तो मतलब दोनो हेल्दी हैं। ऐसे ही लाल रंग देखकर नर और मादा प्रजनन के लिए एक दूसरे को चुनते हैं। इनके प्रजनन का समय अक्टूबर से मई के बीच होता है। इसके बाद इनका सफल कपल बनने का मतलब होता है कि बच्चा भी सेहतमंद ही होगा। मादा बंदर हर दो साल में बच्चे पैदा करते हैं।

Created On :   25 Jun 2024 10:07 PM IST

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